शाहजहांपुर : गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 6294 परिवारों को दशक बाद भी सरकार की किसी योजना का लाभ नहीं मिल सका। दोबारा जनगणना की दस्तक पर सरकार ने बीपीएल परिवारों की सुध ली। अब उन्हें आजीविका संवर्धन योजना के तहत दो लाख तक के लाभ से उपकृत करने का फरमान जारी किया गया है। डीएम ने मनरेगा को बीपीएल परिवारों को ढूंढने का जिम्मा सौंपा है।
वर्ष 2011 की जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को चिह्नित किया गया था। दस साल के दौरान आवास, शौचालय, किसान सम्मान निधि, बागवानी आदि तमाम योजनाएं संचालित हुई। लेकिन पैरवी न कर पाने वाले 6294 परिवार योजनाओं के लाभ से वंचित रहे। स्क्रीनिग में शासन ने वंचित परिवारों को सूचीबद्ध किया। इसके बाद सभी जिलाधिकारियों को आजीविका संवर्धन योजना के तहत उन्हें उपकृत किए जाने के निर्देश जारी किए है। दो लाख तक की मिलेगी मदद
आजीविका संवर्धन योजना के तहत वंचित परिवारों को उनके रोजगार में दो लाख तक की मदद की जाएगी। कृषक परिवारों को निश्शुल्क बागवानी, मत्स्य पालकों को मछली पालन, पशुपालकों को पशुओं की खरीद व कैटल शेड निर्माण आदि विविध तरह से मदद का मसौदा तय किया गया है। ढूंढ़कर दिया जाएगा लाभ
अभी तक गरीब योजनाओं के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाते थे, अब अफसर लाभ के लिए गरीबों को ढूंढ़ेगें। इसके लिए मनरेगा उपायुक्त को जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने ब्लाक स्तरीय कार्मिकों को जिम्मेदारी सौंपी दी है। क्या है आजीविका संवर्धन योजना
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (एनआरएलएम) के तहत गरीब परिवारों की आजीविका के मुख्य साधनों को मजबूत बनान के लिए योजना शुरू की गई। इसके तहत पशुधन, मत्स्य पालन, वन्य उत्पाद संग्रह में नये अवसरों को लाकर 'कमजोरी कम करना' और 'आजीविका' में विस्तार करने का लक्ष्य रखा गया है। नारी सशक्तिकरण के लिए बुनियादी ढांचे तथा विपणन में सहयोग, कौशल आधारित रोजगार व उद्यमशीलता को बढ़ावा दिया जाता है। विकास खंडवार बीपीएल परिवारों की संख्या
विकास खंड : बीपीएल
बंडा : 580
भावलखेड़ा : 401
ददरौल : 376
जैतीपुर : 488
जलालाबाद : 595
कलान : 481
कांट : 360
खुदागंज : 343
खुटार : 294
मदनापुर : 393
मिर्जापुर : 338
निगोही : 527
पुवायां : 251
सिधौली : 405
तिलहर : 462 2011 की जनगणना के अनुसार बीपीएल सूची में शामिल 6294 परिवारों को किसी तरह लाभ नहीं सका। सरकार ने इन चिह्नित परिवारों को आजीविका संवर्धन योजना से उपकृत करने का निर्णय लिया है। बीपीएल परिवारों को खोजकर उनकी आजीविका बढ़ाने में मदद की जाएगी।