जनपद कुशीनगर के पडरौना के मूल निवासी थे स्वर्गीय मोहन प्रसाद
जौनपुर।राकेश कुमार शर्मा
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के पिता मोहन प्रसाद का शनिवार को निधन हो गया । वाराणसी के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। पिछले कई दिनों से वह अस्वस्थ चल रहे थे। उपचार के लिए उन्हें वाराणसी में भर्ती कराया गया था। जिलाधिकारी के पिता के निधन की खबर मिलते ही विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग, कर्मचारी नेता, समाजसेवी, पत्रकार समेत प्रबुद्ध लोगों ने कलेक्ट्रेट स्थित आवास पर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त किया।
शनिवार को वाराणसी के एक अस्पताल में जिलाधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा के पिता मोहन प्रसाद वर्मा का इलाज के दौरान निधन हो गया । वे काफी समय से बीमार चल रहे थे । वे
जनपद कुशीनगर पडरौना के मूल निवासी जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के पिता मोहन प्रसाद वर्मा मुख्य राजस्व लेखाकार की सेवा से रिटायर हुए थे । अपने सेवाकाल के दौरान उन्होंने कर्मचारियों के हितों के लिए चलाए गए तमाम आंदोलनों में मुख्य भूमिका निभाई थी।
जैसे नवंबर 1994 -95 में कलेक्ट्रेट के प्रांतीय आंदोलन में 54 दिन चले कलेक्ट्रेट कर्मचारी आंदोलन में उनकी भूमिका अहम रही है। उस आंदोलन में वह अग्रणी भूमिका निभाते हुए कर्मचारियों को खासतौर पर प्रोत्साहित किया था।
वाराणसी में निधन के बाद उनका शव शनिवार को जिलाधिकारी जौनपुर के सरकारी आवास पर लाया गया। यहाँ काफी संख्या में उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों व अन्य लोगों ने उनके शव पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मौके पर कर्मचारी नेता शिव मोहन श्रीवास्तव नवाब, रोशन लाल श्रीवास्तव, शैलेंद्र विक्रम सिंह माझिल, केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शकील अहमद, मरकाजी सीरत कमेटी के पूर्व खजांची शकील मंसूरी,
नगर पालिका परिषद जौनपुर के पूर्व चेयरमैन दिनेश टंडन , भाजपा नेता राजेश श्रीवास्तव बच्चा भैया, सभासद मनीष श्रीवास्तव, जिले के वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट आशीष श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, इन्द्रजीत सिंह मौर्य, डॉ चंद्रजीत मौर्या अन्य मुख्य रहे।