जिले में हुई भारी बारिश ने प्रशासन की डेंगू को लेकर चिंता और बढ़ा दी है। जिले में जगह-जगह पर पानी की निकासी न होने के कारण अब दोबारा डेंगू महामारी फैलने का खतरा बढ़ गया है शुक्रवार को 18 और मरीजों को डेंगू ने अपनी गिरफ्त में लिया है। जिले में अब डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 222 हो गई है जबकि इनमें से 3 दर्जन के करीब मरीज अस्पतालों में उपचाराधीन हैं।जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान डेंगू के केस एकदम से बड़ी तादाद में सामने आने के बाद प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे। जिले में पहले 204 डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या थी परंतु 18 मामले सामने आने के बाद यह आंकड़ा 222 हो गया है। नगर निगम पहले ही शहरी क्षेत्र में लारवा को खत्म करने में असफल साबित हो रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम में भी निरंतर फील्ड में डेंगू के लावे को खत्म करने के लिए काम कर रही थी परंतु जिले में सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश ने दोबारा जगह-जगह पर पानी खड़ा कर दिया है। पानी की निकासी न होने के कारण अधिकतर स्थानों पर अब आने वाले दिनों में डेंगू का लारवा पैदा हो सकता है।जिले के सरकारी तथा प्राइवेट अस्पतालों में 3 दर्जन के करीब मरीज उपचाराधीन हैं। कुछ प्राइवेट अस्पताल डेंगू के नाम पर लोगों से भारी बिल भी वसूल कर रहे हैं। लोगों में अब कोरोना कि इतनी दहशत नहीं दिखाई दे रही जितनी डेंगू की दिखाई दे रही है। यदि जिला प्रशासन ने अपनी जिम्मेवारी सही ढंग से निभाते हुए अभी भी पानी की निकासी के लिए शहरी क्षेत्र में गंभीरता से काम ना किया तो आने वाले दिनों में डेंगू भी महामारी का रूप धारण कर सकती है।