गुना/फतेहगढ़ . गुरुवार सुबह गुना-फतेहगढ़ स्टेट हाइवे पर एक बड़ी दुर्घटना घटित हुई। ग्राम कपासी के पास क्षतिग्रस्त पुलिया में एक कार गिर गई। जिसमें वाहन चालक को मामूली चोट आई है। दुर्घटना का सुखद पहलु रहा कि इतने भीषण एक्सीडेंट में वाहन चालक सुरक्षित बच गया। सूचना लगने के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों का कहना था कि जिस हालत में कर गिरी है, ऐसे में वाहन चालक की जान भी जा सकती थी।
जानकारी के मुताबिक यह हादसा सुबह के करीब 7 से 8 बजे के बीच का है। फतेहगढ़ निवासी जीतू नागर के पिता आर्टिका कार चलाकर जा रहे थे, इसी दौरान वे जैसे ही ग्राम कपासी के पास बनी पुलिया पर पहुंचे तो अचानक उनकी कार क्षतिग्रस्त पुलिया में धस गई। हादसे के बाद वह घबरा गए थे। थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने परिवार वालों को फोन कर घटना की जानकारी दी तब जाकर वे लोग मदद के लिए मौके पर आए और उन्हें सुरक्षित कार से निकाला। उनका कहना था कि यह पुलिया दूर से नजर ही नहीं आती, जब पास आकर क्षतिग्रस्त पुलिया देखी तो बहुत देर चुकी थी। किसी तरह हैंड बैंक लगाकर कार को कंट्रोल किया।
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पुलिया क्षतिग्रस्त तो फिर चेतावनी बोर्ड क्यों नहीं
इस घटना ने स्टेट हाइवे प्रबंधन की गंभीर लापरवाही को उजाकर कर दिया है। स्थानीय ग्राीमणों के अनुसार उक्त पुलिया को क्षतिग्रस्त हुए एक माह से भी ज्यादा समय हो चुका है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने यहां न तो चेतावनी बोर्ड लगाना उचित समझा और न ही बेरिकेड। इसी लापरवाही की वजह से यह दुर्घटना हुई है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि दो हफ्ते पहले एक बाइक सवार भी इसी पुलिया में गिरकर घायल हो चुका है। जो राजस्थान का रहने वाला था। चिंता की बात तो यह है कि बाइक गिरने की यह घटना रात के समय हुई थी।
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टोल वसूलने पर ध्यान मरम्मत पर नहीं
अगस्त माह में हुई जोरदार बारिश से स्टेट हाइवे की सड़क जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। वहीं इस मार्ग पर स्टेट कालीन समय की एक दर्जन से अधिक पुल-पुलिया हैं। जिनकी पिछले कई सालों से मरम्मत नहीं की गई हैं। जो वर्तमान में गंभीर हालत में पहुंच चुकी हैं। गौर करने वाली बात है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन लगातार जारी है। ऐसे में कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती है। वाहन चालकों का कहना है कि इस रोड पर वाहनों से लगातार टोल वसूला जा रहा है फिर इसे सुधारने की ओर क्यों ध्यान नहीं दिया जा रहा। ऐसे क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग से वाहनों में टूट फूट बढ़ गई है।