गलोल के जंगल से काटे गए दो दर्जन पेड़
गांव वासियों ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
हिमाचल प्रदेश जिला हमीरपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले
नादौन कमलाह पंचायत के गांव गलोल के साथ लगते वन विभाग के जंगल से करीब दो दर्जन पेड़ काटे जा चुके हैं। उन काटे गए पेड़ों का नामोनिशान मिटाने के भी हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। काटे गए चीड़ व खैर आदि के पेड़ों के झुंडों को जलाया गया ताकि इस बात का पता न चल सके कि ये वन विभाग के पेड़ जंगल से काटे गए हैं। इन पेड़ों को काटे जाने की शिकायत लोगों ने वन विभाग पंचायत व सीएम को भी की गई लेकिन जांच के नाम पर लीपापोती ही की गई। शिकायत कर्ताओं को भी जांच अधिकारी ने जांच बारे सूचना तक नहीं दी है जिससे लोगों में रोष है। गांव के रमेश चंद शर्मा,सुरेश शर्मा,सोम नाथ,देव राज शर्मा,राज कुमार,जिया लाल,सोम दत्त,त्रिलोक नाथ आदि ने कार्यवाही न होने पर मुख्यमंत्री ,वन मंत्री,डीसी हमीरपुर, डीएफओ हमीरपुर व आर ओ नादौन को शिकायत पत्र भेजा है जिसकी प्रति पत्रकारों को देते हुए शिकायतकर्ताओं कहा है राजकीय प्राथमि पठशाला साधबड़ व किशोरी लाल के मकान के साथ वन भूमि लगती है इस वन भूमि में से पिछली करीब तीन सालों से लगभग दो दर्जन पेड़ काटे जा चुके हैं। लेकिन विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने मामले की जांच किए जाने व वन विभाग के जंगल में फैंसिंग किए जाने का भी आग्रह सरकार से किया है।
पंचायत कमलाह के प्रधान डा० खुशहाल सिंह व वार्ड मैंम्बर वीना देवी का कहना है कि गांव वासियों की शिकायत पर पंचायत मौका पर गई थी। मौका पर पाया कि गलोल बाले वन विभाग के जंगल से करीब 20 पेड़ काटे गए हैं। इन पेड़ों के झुंडों को जलाकर नामोनिशान मिटाने की कोशिश की गई है। वन विभाग को चाहिए कि सरकारी संपदा को वचाया जाए और इस सारे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। id 151154225 थाना क्षेत्र नादौन से संजीव कमल की यह रिपोर्ट