गॉव में गौशाला की मोहताज गाय,प्रधान बैठे मौन,सुने कौन*
- प्रशासन ने साधी चुप्पी।
बाँदा जनपद के विकासखंड बबेरू की ब्यौंजा ग्राम पंचायत में गौ वंशो का हाल बेहाल है। इस गांव में गौशाला व्यवस्था ठीक नहीं की जा रही है। मौके पर सर्व मानव गौ सेवा संस्थान के सदस्य विकाश गौतम जिला सचिव बाँदा ने ग्राम पंचायत कार्य योजना सचिव राकेश सिंह और प्रधान सरोज कुमारी पाल व बीडियो प्रभात द्विवेदी से बातचीत की तो निराशाजनक उत्तर मिला। ग्राम के सचिव ने व प्रधान दोनो बोले की सरकार गौशाला के लिये पैसा ही नहीं दे रही है। जब धनराशि उपलब्ध होगी तो हम गौवंश की व्यवस्था करेंगें। विडम्बना हैं रात दिन किसान खेतों की रखवाली करके बीमार हो रहे हैं। वहीं गौशाला संचालक सरकार का मुंह ताक रहे है। जाहिर हैं यह समस्या किसान व समाज सृजित हैं। ग्राम वासी बहुत परेशान है। शासन गांवों में गौचर ज़मीन मुक्त करें। गौशाला सरकारी धनराशि की मातहत होकर गायों का पुरसाहाल लेगी यह अतिश्योक्ति हैं। यह सच्चाई समूचे बाँदा की हैं। अपनी अंटी से प्रधान खर्च नहीं करेगा,किसान गाय बांधेगा नहीं, सरकार बजट देगी नहीं तब बेकार में गौभक्ति करके गुमराह क्यों किया जाता हैं ? गौरक्षक संघठन राजनीति प्रेरित उपज हैं। ग्राम में गाय अब अछूत सी लगती हैं। नसीब बाबू ,बाँदा।