19 दिन के भीतर तीन बड़े हादसे, खतरे में सेफ्टी
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ में ट्रेनों से वाहनों की टक्कर थमने का नाम नहीं ले रही है। जो सेफ्टी पर बड़ा सवाल है। शुक्रवार की देर रात प्रयागराज-प्रतापगढ़ रेल मार्ग पर भुपियामऊ हाल्ट वाले गेट पर मुंबई से छपरा जा रही ट्रेन से बाइक टकरा गई। इस घटना में टक्कर लगने के बाद बाइक के परखचे उड़ गये। इंजन में फंसकर कुछ दूर तक घिसट गई। ट्रेन की स्पीड ठीक ठाक होती तो पलट सकती थी।आरपीएफ और जीआरपी ने पहुंच कर बाइक को कब्जे में लिया। बाइक वाले की पहचान हो गई है।घटना रात करीब 11 बजे की है। प्रयागराज से ट्रेन आ रही थी। उसी वक़्त एक बाइक वाला गेट क्रॉस कर रहा था।सूत्रों के अनुसार बाइक रास्ते में फंस गई। सवार उसे लाइन के छोड़कर भाग निकला। टक्कर के बाद ट्रेन बाइक को कुछ दूर तक घसीट ले गई थी।आरपीएफ के अनुसार बाइक पैसनप्रो है। नंबर यूपी 72 एक्स 5418 है। बता दें कि 27 जुलाई को प्रतापगढ़ स्टेशन यार्ड में गेट नंबर 81 पर एक कार फाटक तोड़ते हुये खड़ी मालदा टाउन एक्सप्रेस ट्रेन में घुस गई थी। दो दिन 30 जुलाई को दिल्ली से आ रही पद्मावत एक्सप्रेस के सामने बाइक सवार आ गया था। इस घटना में बाइक की ट्रेन से टक्कर हो गई थी। 14 अगस्त को भुपियामऊ फाल्ट पर मुंबई छपरा ट्रेन से फिर से बाइक हादसा हुआ। खास बात यह है कि तीनों ही हादसे लोगों की लापरवाही से हुये हैं। नुकसान रेलवे का हुआ है। लोग घटनाओं से सबक नहीं ले रहे हैं। रेलवे भी ऐसे लोगों को सबक नहीं सिखा रही है। कम से कम स्टेशन के नजदीक वाले फाटक पर तो चौकसी बरतनी ही चाहिए।फोर्स लगाकर जबरिया गेट पास कर रहे लोगों के खिलाफ जब तक रेलवे एक्ट की कार्यवाई नहीं होती है। सुधार नहीं होने वाला। घटना होने के बाद तो कार्यवाई होनी ही है। लाइन के किनारे बनाये गये अनाधिकृत रास्तों को बंद कर दिया जाय। अगर जिम्मेदार पहले सतर्क हो जाये तो शायद इस तरह के हादसों पर अंकुश लग सकता है।