चंडीगढ़ सेक्टर 26 स्थित श्री गुरु गोविंद सिंह काॅलेज ने अपना प्रोस्पेक्ट्स लांच किया है और नौ अगस्त से सेकंड और थर्ड इयर के एडमिशन की शरुआत करने की औपचारिक घोषणा कर दी है। इस बार पांच नए कोर्स भी कॉलेज में शुरू किए जा रहे हैं।
चंडीगढ़। 12वीं कक्षा का परिणाम जारी होने के बाद शहर के कालेजों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भले ही उच्चतर शिक्षा विभाग की तरफ से स्नातक प्रथम वर्ष के लिए सेंट्रलाइज एडमिशन शेड्यूल जारी नहीं किया है, लेकिन कालेजों प्रशासन की तरफ से संस्थान में सीटों और सुविधाओं की जानकारी सार्वजनिक करने की शुरुआत कर दी है।
वीरवार को श्री गुरु गोविंद सिंह काॅलेज सेक्टर-26 ने अपना प्रोस्पेक्ट्स लांच किया और नौ अगस्त से सेकंड और थर्ड इयर के एडमिशन की शरुआत करने की औपचारिक घोषणा कर दी है। कालेज इस बार स्नातक प्रथम वर्ष में बीबीए, ई कॉमर्स, ई बैकिंग सहित फ्लोरी कल्चरल और लैंड स्केपिंग कोर्स की शुरुआत करने जा रहा है। वीरवार को पंजाब यूनिवर्सिटी डीसीसीसी से कॉलेज डेवलपमेंट काउसिंल डीन प्रो. संजय कौशिक ने प्रोस्पेक्ट्स को लांच किया। प्रोस्पेक्ट्स लांच के समय डीन के अलावा सिख एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष गुरदेव सिंह बराड़ सहित सेवानिवृत कर्नल जसमेर सिंह बाला, सचिव करनदीप सिंह चीमा और कालेज प्रिंसिपल डा. नवजोत कौर मौजूद रहे।
कालेज में पहली बार बीबीए की शुरुआत की जा रही है। बीबीए प्रथम वर्ष के लिए 40 सीटें उपलब्ध रहेंगी। बीबीए के अलावा पहली बार ई कॉमर्स और ई बैंकिंग की भी 60-60 जबकि फ़्लोरी कल्चरल और लैंड स्केपिंग की 40-40 सीट्स स्टूडेंट्स के लिए क्रिएट की गई है। जिस पर दाखिला हो सकेगा। प्रिंसिपल डा. नवजोत कौर ने बताया कि स्टूडेंट्स आधुनिकता और स्किल डेवलपमेंट के जमाने में आधुनिक पढ़ाई करना चाहते हैं, जिसे देखते हुए पहली बार पांच नए कोर्स की शुरू किए गए हैं।
संकाय का नाम सीट
- बीए 2200
- बीकॉम 280
- बीए इन्फ्रोमेशन टेक्नोलॉजी 80
- बीएससी मेडिकल 160
- बीएससी बायोटेक्नोलॉजी 30
- बीएससी नान मेडिकल 240
- बीएससी कम्प्यूटर साइंस 80
- बीएससी आनर्स बायोटेक्नोलॉजी 30
- बीसीए 120
- बीबीए 40
पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स
- एमकॉम 80
- एमएससी फिजिक्स 40
- एमएससी कैमिस्ट्री 40
- एमए इंग्लिश 60
- एमए पंजाबी 60
- एमए सशोलॉजी 60
- एमए इक्नॉमिक्स 60
- एमएससी बायोटेक्नोलॉजी 40
- एमएससी माइक्रोबाइलॉजी बायोटेक्नोलॉजी 40
- एमएससी आइटी 40 और पांच सीटें एनआरआइ स्टूडेंट्स के लिए