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गरीब लोगों के गिरे आशियाने
  • 151152076 - RAJENDRA MEHTA 0



राजस्थान के बारां जिले के केलवाड़ा के  शाहाबाद उपखंड के ग्राम पंचायत अजरौंडॉ के बहराई गांव में करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और सात मकानों की दीवारें गिर गई हैं। जिसके कारण लोग पड़ोसियों या रिश्तेदारों के यहां रहने को मजबूर हैं। गनीमत रही कि इस दौरान कोई जन हानि नहीं हुई। पिछले कुछ सालों के बाद क्षेत्र में जोरदार बारिश होने से, जब लगातार सप्ताह भर तक बारिश का सिलसिला जारी हो। आसमान पर लगातार काली घटाएं छाई हुई हैं और हर रोज बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार जिले में इस सीजन में अब तक जोरदार बारिश हो चुकी है। जिले में भारी बारिश की चेतावनी भी दी है। ऐसे में कच्चे मकानों की खतरा और बढ़ गया है।

बहराइ भील बस्ती में में सात मकानों की दीवारें गिरने से मकान मालिकों की गृहस्थी का सामान दब गया है। गनीमत रही कि एक-एक दीवार गिरी, जिससे जन हानि और नुकसान अधिक नहीं हो पाया। लेकिन कई लोगों का सामान मलबे में दबने और पानी गिरने से खराब हो गया। लोग दिन भर अपने सामान को निकालने और मकान को बारिश से बचाने की जुगत में लगे रहे। लगातार हो रही बारिश के कारण मकानों की मरम्मत का काम भी लोग नहीं कर पा रहे हैं। बहराई भील बस्ती में नेमा भील ,लाला भील ,प्रभु भील, रामसिंह भील, बिरजू भील, भीमा भील, कूका भील,रामसिंह भील ,सियाराम भील,आदि के मकानों की दीवारें गिर गई। उनकी घर-गृहस्थी का सामान मलबे में दब गया। गिरे हुए मकानों का जायजा लेने अभी तक कोई ग्राम सेवक ,सरपंच, पटवारी भी मौके पर अभी तक नही पहुंचे।।

कहीं मकान न गिर जाए, इस डर के कारण नहीं सो पा रहे हैं घर में

सात मकानों के अलावा कई मकानों में पानी बैठने से दीवारे क्षतिग्रस्त हो रहीं है। कहीं मिट्टी गिर रही है तो कुछ घरों में दरारें पड़ गई हैं। जिसके कारण जिनके घर गिरे हैं, वे और जिने क्षतिग्रस्त हो गए हैं, वे भी रात में अपने घरों में नहीं सो रहे हैं। कोई पड़ोसी के यहां शरण लिए हुए तो कोई रिश्तेदारी में समय काट रहा है। रहवासियों ने बताया कि मकानों की मरम्मत बारिश रुकने के बाद ही हो सकेगी। फिलहाल तो मकान ढह जाने के डर से वह अपने ही घर में चैन से नहीं सो पा रहे हैं। लगातार हो रही बारिश को देखते हुए भय सताता है कि कहीं मकान गिर न जाए और वह चोटिल न हो जाएं।

पीएम आवास में नहीं आया नाम
बहराई भील बस्ती के लोगों ने बताया कि वे करीब तीन साल पहले प्रधानमंत्री आवास आवास योजना के लिए फार्म भर चुके हैं। लेकिन अभी तक पीएम आवास में उनका नाम नहीं आया। सभी लोग बीपीएल परिवार के हैं और ज्यादातर कच्चे मकानों में रह रहे हैं। पीएम आवास योजना में पक्का मकान बनने की उम्मीद थी, जो अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। बारिश ने कच्चा मकान भी गिरा दिया। यदि पीएम आवास के तहत उन्हें मकान मिल जाता तो वह जर्जर मकानों में रहने मजबूर नहीं होते।

ग्राम विकास अधिकारी द्वारा बहराई भील बस्ती गांव में जाकर सर्वे कराकर आपदा प्रबंधक योजना के तहत उन्हें आर्थिक सहायता दिलाए दी जाएगी छुट्टन लाल मीणा विकास अधिकारी शाहबाद

पटवारी भेजकर बहराई भील बस्ती गांव में जितने भी कच्चे मकान बारिश से धराशाई हुए हैं उनका सर्वे कराकर आर्थिक सहायता दिलाने का प्रयास रहेगा गजेंद्र शर्मा कार्यवाहक तहसीलदार शाहाबाद


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