यूपी जिला जौनपुर क्षेत्र खुटहन के अंतर्गत विकास खण्ड खुटहन में ग्राम प्रधानों का एक संगठन खुटहन के मनरेगा अकाउंटेंट को भ्रष्टाचार में सनलिप्त का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा से शिकायत किया।प्रधानों के द्वारा शिकायत में बताया गया कि अकाउंटेंट के द्वारा 35 से 40% कमीशन मांगा जाता है।पैसा ना देने पर मनरेगा कार्य में लगाए गए फाइलों को रोक दिया जाता है। शिकायत करने पर अकाउंटेंट के द्वारा कार्यों की जांच कराने की धमकी दिया जाता है तो वहीं मनरेगा द्वारा कराए गए सभी कार्यों का लगने वाला साइन बोर्ड का भुगतान अकाउंटेंट अपने चहेते फर्मों पर करता है। जिससे दुखी होकर सभी ग्राम प्रधानों ने जिलाधिकारी से आरोप लगाते हुए शिकायत किया।इतना ही नहीं मनरेगा अकाउंटेंट के द्वारा बड़े प्रोजेक्ट पर काम कराने के लिए अपने चहेते ठेकेदारों से कार्य कराने के लिए भी बाध्य किया जाता है ग्राम प्रधानों ने बताया कि पैसा ना देने पर अकाउंटेंट एवं ठेकेदारों का व्यवहार उनका रवैया प्रधानों के प्रति ठीक नहीं रहता है।जिस प्रोजेक्ट में स्टीमेट रहता है पेमेंट करा कर आईडी ब्लॉक कर दी जाती है और फिर उस आईडी को खुलवाने के लिए 4 से 5000 रुपये लेने के लिए बाद ही ID खोली जाती है।इन सभी शिकायतों को अन्य संबंधित शासनिक प्रशासनिक अधिकारियों को भी बताया गया।जहाँ त्वरित कार्यवाही करते हुए भ्रष्टाचारी अकाउंटेंट को 2 दिन में ट्रांसफर करने व खुटहन ब्लॉक से हटाने का आश्वासन मिला है।यह शिकायत अखिल भारतीय ग्राम प्रधान संगठन के द्वारा जिलाधिकारी को किया गया।फास्ट न्यूज़ इंडिया थाना सवांददाता खुटहन आकाश सोनी