फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया जिला संवाददाता बरेली जियाउल अज़ीम 151150592
बरेली,मल्टीनेशनल कंपनी की चकाचौंध, विदेश में नौकरी करने का तिलिस्म अब टूटने लगा है। यूपी बोर्ड के छात्र-छात्राएं कलक्ट्रेट तो कोई आईपीएस बनकर देश की सेवा करना चाहता है। बारहवीं कक्षा में 93.5 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले सक्षम और 93.1 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले नागेंद्र मिश्रा सिविल सर्विसेज में नौकरी करना चाहते हैं।
एक समय था जब बच्चे डाक्टर, इंजीनियर, फैशन डिजाइनर, आर्किटेक्ट बनना चाहता था। लेकिन, अब मेधावियों की जुंबा पर आईएएस, आईपीएस की वर्दी पहनने की चर्चा रहती है। यही कारण है कि इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कालेजों की सीटें खाली रह जाती हैं। कांतिकपूर स्कूल की छात्रा सलोनी सीपी ने दसवीं में 82.5 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं।
वह कहती हैं कि 12वीं में नब्बे फीसदी से ज्यादा अंक लाने का प्रयास रहेगा। उनका सपना कलक्ट्रैट बनने का है। शांतिकुंज गर्ल्स इंटर कालेज में खुशी शर्मा ने बारहवीं में 78.6 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं। कहती हैं कि आईपीएस बनकर लड़कियों पर होने वाले अत्याचारों पर रोक लगाना चाहती हूं। इस्लामिया गर्ल्स इंटर कालेज में बारहवीं की छात्रा राबिया नूर भी सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हैं।