यूपी के जिला फिरोजाबाद के आशावाद सती नगर मोहल्ला के निवासी दीनदयाल पुत्र चंपालाल राठौर के यहां कॉम्प्लेन डिब्बा में निकली मरी हुई छिपकली ।आठ 10 दिन बाद बच्चों की मां ने बच्चों को पिलाया पाउडर ,जिससे के उनके बच्चों की तबीयत खराब हुई और उनको बुखार के साथ पेट तेज दर्द हुआ जिससे बच्चों को तुरंत फिरोजाबाद के निजी हॉस्पिटल कराया भर्ती। मीडिया से बात चीत के दौरान परिजनों ने बताया कि अभी तक एक लाख रूपए खर्च हो चुके है और आगे की दवाई के लिए अब पैसे नही है बच्चों के पिता श्री दीनदयाल तिहाड़ी मज़दूरी करते है।फ़िलहाल बच्चों की तबीयत में सुधार हो रहा है ।श्री दीनदयाल जी ने कंपनी के लिए फोन किया, तो कंपनी वालों ने फोन में बताया कि हम दो-चार दिन में आपके पास आ रहे हैं और जैसा होगा वैसा समाधान किया जाएगा। आपको दूसरा पाउडर दे करके आएंगे उस डिब्बे को हम को दे देना ,लेकिन जब कंपनी की तरफ से कुछ लोग घर पर आए हुए थे ,तो वे उस कंप्लेन के डिब्बा को ले जाने के लिए मांग रहे थे परंतु दीनदयाल जी ने उस डिब्बे को नही दिया और वह वापस कंपनी के लोग चले गए लेकिन जाते समय उन्होंने कहा कि हम 2 दिन बाद फिर आएंगे। अब सवाल ये उठता कि आखिर बच्चों की दवाओ का खर्च कंपनी क्यू नही उठा रही है, करोड़ों का टर्न ओवर करने वाली यह कंपनी गरीब परिवार के लिए छोटा सा खर्च नही उठा सकती है ,परिजन कंपनी से कर रहे है बच्चों की दवा के लिए पैसों की मांग। देखें मोहित गुप्ता की रिपोर्ट 151022222