गाजियाबाद : शहरभर में पांच छात्र-छात्राओं ने 99.4 फीसद अंक पाए हैं। इनमें डीपीएस मेरठ रोड से छात्रा निशिता सिंह, शास्त्री नगर स्थित नेहरू वर्ल्ड स्कूल से दूर्वा अरोड़ा और वैभव अग्रवाल, गुरुकुल द स्कूल से राघव सिघल और चित्रा शामिल हैं। छात्र-छात्राओं का कहना है कि यदि आफलाइन परीक्षा होती तब भी उनके कुछ इतने ही अंक आते। हो सकता है कि केवल एक-दो फीसद या फिर कुछ पाइंट में नंबर आगे पीछे होते। नियमित पढ़ाई से मिली सफलता : दिल्ली पब्लिक स्कूल मेरठ रोड की छात्रा निशिता सिंह ने साइंस स्ट्रीम से सीबीएसई 12वीं में 99.4 फीसद अंक पाए हैं। वह कंप्यूटर साइंस से आइआइटी करना चाहती हैं और इसके लिए शुरुआत से ही तैयारी में जुटी हैं। उन्होंने 10वीं में 99.6 फीसद अंक पाए हैं। निशिता के पिता बीबी सिंह सीजीएसटी में असिस्टेंट कमिश्नर पद पर तैनात हैं और माता रतना सिंह गृहिणी हैं। निशिता का कहना है कि तैयारी के लिए सबसे पहले समय प्रबंधन जरूरी है। नियमित पढ़ाई से ही बेहतर सफलता पाई जा सकती है। इकोनामिक्स आनर्स से बीए करेंगी दूर्वा : शास्त्री नगर स्थित नेहरू वर्ल्ड स्कूल से 12वीं की छात्रा दूर्वा अरोड़ा ने आर्ट्स स्ट्रीम से 99.4 फीसद अंक पाए हैं। कविनगर की रहने वाली दूर्वा के पिता जितेंद्र अरोड़ा इंजीनियर हैं और मां तरूणा अरोड़ा शिक्षिका हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स आनर्स से बीए करना चाहती हैं। उन्हें पढ़ना व संगीत सुनना पसंद है। दूर्वा का कहना है कि शुरुआत से ही नियमित पढ़ाई की और पाठ्यक्रम को समय से पूरा कर लिया। वह अपने अंकों को लेकर संतुष्ट हैं
तैयारी के लिए कांसेप्ट क्लीयर रखना जरूरी : शास्त्री नगर स्थित नेहरू वर्ल्ड स्कूल के 12वीं के छात्र वैभव अग्रवाल ने साइंस स्ट्रीम में 99.4 फीसद अंक पाए हैं। गोविदपुरम निवासी वैभव के पिता संजय कुमार गुप्ता बीएसएनएल में इंजीनियर हैं और मां गृहिणी हैं। वह आइआइटी करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने जेईई मेंस की परीक्षा भी दी है। वैभव अग्रवाल का कहना है कि यदि आफलाइन परीक्षा होती तो भी उन्हें लगता है कि इतने ही अंक मिलते। परीक्षाएं नहीं होगी, उन्होंने इसे न सोचते हुए तैयारी की। शुरुआत से ही नियमित पढ़ाई की। वैभव का कहना है कि कांसेप्ट क्लीयर होना जरूरी है। नियमित पढ़ाई करें। बीच में पढ़ाई का ब्रेक न लें। फेसबुक, वाट्सएप आदि से दूर रहें। संगीत सुनना और बालीवुड की फिल्में देखना पसंद करते हैं।
नियमित लक्ष्य तय कर पढ़ाई की : गुरुकुल द स्कूल के छात्र राघव सिघल ने 12वीं में साइंस स्ट्रीम से 99.4 फीसद अंक पाए हैं। लोहिया नगर निवासी राघव के पिता नितिन सिघल व्यवसायी और मां पारुल सिघल गृहिणी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं और इसके लिए तैयारी में जुटे हैं। राघव का कहना है कि या तो वह डॉक्टर बनेंगे या फिर सिविल सर्विस में जाएंगे। राघव का कहना है कि जितने समय की सिलेबस को जरूरत हो, उतना ही समय दें। नियमित लक्ष्य तय कर पढ़ाई की थी और शिक्षकों ने भी आनलाइन पढ़ाई में काफी मेहनत की थी। उन्हें संगीत सुनना पसंद है। आइएएस बनना चाहती हैं चित्रा : गुरुकुल द स्कूल की छात्रा चित्रा चौधरी ने आर्ट्स स्ट्रीम से 99.4 फीसद अंक हासिल कर अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया। शास्त्री नगर की रहने वाली चित्रा के पिता शैलेंद्र कुमार व्यवसायी हैं। मां मीनू चौधरी असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। वह अपने प्राप्तांकों को लेकर पूरी तरह संतुष्ट हैं। चित्रा ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पालिटिकल साइंस से बीए आनर्स करना चाहती हैं। उनका सपना आइएएस अधिकारी बनने का है। चित्रा का कहना है कि बोर्ड परीक्षाएं नहीं होनी थी, लेकिन शिक्षकों ने कहा कि यह मानकर चलें कि परीक्षाएं होंगी और इसी हिसाब से पूरी तैयारी भी की, क्योंकि पढा़ई तो बाद में भी काम आने वाली है। सिलेबस पूरा करना जरूरी था। समय प्रबंधन बनाकर पढ़ाई की। उन्हें पढ़ाने का शौक है। वह अपने भाई व दूसरे बच्चों को पढ़ाती हैं। इसके अलावा नृत्य करना और संगीत सुनना पसंद है।