बिचपुरी, घोसीपुरा और ठिरिया सालेपुर गांव रामगंगा और कोसी के निशाने पर आ गए। नदियां तीनों गांव का तेजी से कटान कर रही है। जिनकी सुरक्षा की किसान यूनियन ने मांग की है।
जलस्तर घटने के बाद के बाद रामगंगा कोसी और पीलाखार नदी ने घोसीपुरा, बिचपुरी और ठिरिया सालेपुर का तेजी से काटन शुरू कर दिया है। तीनों नदियां गांव के करीब पहुंच चुकी है। तीनों गांव की सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि नदियों में समा गई। नदियों ने अपना रुख गांव की तरफ मोड़ दिया है। लिहाजा ग्रामीणों में खौफ पैदा हो गया। वह घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने लगे हैं। तीनों गांव के ग्रामीणों की सूचना पर भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष हसीब अहमद गाजीपुर बॉर्डर से प्रभावित गांव में पहुंचे। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात कर फोरम सुरक्षा के इंतजाम कराने की मांग की। बाद में किसानों ने पंचायत कर फैसला लिया कि यदि सुरक्षा का इंतजाम नहीं किए तो शाहबाद मार्ग पर जाम लगाया जाएगा।
इस मौके पर प्रधान झूला, अमीर साबिर नासिर अली समीर रजा ,अशरफ अहमद शहजादे कलुआ, वीर सिंह हरदेव, ओम प्रकाश, दयाराम, हर स्वरूप सुभाष चंद शर्मा, बेनी राम खेमकरण, हरेंद्र, काशीराम रामबहादुर आदि शामिल थे।