राजस्थान उदयपुर
रणथंभोर अभयारण्य की शान रहा टाइगर टी-24 पिछले छह साल से उदयपुर के बायोलॉजिकल पार्क में एक तरह से कैद है। 'उस्ताद' नाम से मशहूर टाइगर टी-24 रणथंभोर टाइगर रिजर्व में पांच हजार हैक्टर क्षेत्र में घूमता था और यहां उसे नॉन डिस्पले एरिया यानी जहां लोग उसे देख नहीं पाएं, ऐसी जगह सीमित एरिया के एनक्लोजर में रखा गया है। ऐसे में वह अब खुली हवा में दहाड़ भी नहीं पा रहा।
टाइगर टी-24 को छह साल पहले मई 2015 में रणथंभोर से उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किया गया। चार लोगों के शिकार किए जाने पर उसे नरभक्षी घोषित कर दिया गया। जिसके बाद राज्य सरकार ने उसे इंसानों के लिए खतरा बताते हुए वहां से शिफ्ट किए जाने का निर्णय लिया। यहां आने के बाद भी उसे आजादी नहीं मिली और नॉन डिस्पले एरिया में रखा जा रहा है। इस दौरान उसकी कई बार तबियत खराब हुई और उपचार किया गया। पशु चिकित्सकों की मानें तो उसे खुले एरिया में रखा जाना आवश्यक है। यदि ऐसे ही रखा गया तो उसके शिकार करने की आदत जा सकती है।
देखे राजस्थान से जयलाल नागर की रिपोर्ट 151113047