**टूटने लगी नवनिर्मित नलकूप*।
समस्तीपुर जिले के अन्तर्गत हसनपुर प्रखंड क्षेत्र के मरांची उजागर पंचायत के वार्ड संख्या-05 में नल-जल योजना के तहत बनायी गयी नलकूप दो महीना बाद ही टूट कर क्षतिग्रस्त हो गया. ग्रामीण चांदकांत पासवान, शमशेर पासवान, मोहम्मद क्यामत, मोहम्मद मुस्तफा, गंगा विशुन दास ने बताया कि पानी का नलकूप घटिया किस्म का लगाया गया था, जो एक-एक टूट कर क्षतिग्रस्त हो गया है. उक्त टंकी निर्माण से इस क्षेत्र के लोगों में बहुत बड़ी आश की किरणें जगी थी.जिस पर ठेकेदार ,पीएचइडी विभाग ने पानी फेर दिया है.पानी टंकी सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गयी। चांदकान्त पासवान ने कहा कि यह पानी टंकी सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. जब से यह पानी टंकी बनी है, उसी समय से बराबर खराब रहना,ससमय पानी सप्लाइ नहीं होना आम बात बनकर रह गया है. ग्रामीणों ने विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पीएचईडी विभाग के द्वारा खुलेआम नल-जल योजना की कार्य में धांधली की जाती है ,पीएचईडी नल-जल योजना के तहत लगाई गई पानी की टंकी ऊंचाई कम होने की वजह से 30 घरों तक नहीं पहुंच पाई पानी और 31 से 32 घरों केनेक्शन से वंचित है। जिसमें कनेक्शन नहीं लगाया गया है । इस व्यवस्था के द्वारा अभी कुछ ही दिन पूर्व पानी की सप्लाई शुरू कराई गई थी। बीरपुर गांव में इसका निर्माण डेढ़ साल पहले किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार जब से नल जल लगाया गया है यानी डेढ़ साल से लगाया गया। नल-जल उस समय से ही अभी तक 30 घरों में पानी नहीं पहुंच पाई है और 31 से 32 घरों में कनेक्शन नहीं पहुंची। ग्रामीण का कहना है कि जहां पर टंकी लगाया गया है, उसकी ऊंचाई कम होने के कारण हम लोगों के घर तक पानी नहीं पहुंच पाती है, डेढ़ सालों से ठेकेदार को कहते आ रहे हैं, मगर बातों का अमल नहीं किया जाता है। हमेशा हमेशा बोलते हैं कि यह पीएचईडी विभाग का कार्य है 5 साल के अंदर जहां भी टुटी, फुटी बचा हुआ है वह कार्य हम पूरा कर देंगे।जब डेढ़ साल में पानी नहीं दे सका तो 5 साल में क्या पानी देगी हम यह बता दें कि पीएचईडी विभाग का राशि जबकि पंचायत की राशि से दुगनी है मगर पीएचईडी का कार्य सबसे घटिया कार्य किया जाता है, और वह वार्ड के द्वारा पंचायत का नल जल उतना ही कम राशि में सबसे अच्छे कार्य करके ग्रामीण को पानी देने का कार्य करता है , ठेकेदार के द्वारा सभी पीसीसी सड़क के बीच में तोड़फोड़ करके छोड़ दिया गया है। जिससे और काफी परेशानी होती है अंधेरे में जाने आने वाले ग्रामीणों को पैर और हाथ भी टुट फुट गया है। हम सरकार से यह कहना चाहेंगे कि नल जल योजना में गली की पीसीसी रोड़ को तोड़फोड़ करके छोड़ दिया गया है उसके लिए सरकार राशि नहीं दिया है तो छोड़ दिया जायेगा अगर राशि दिया गया है तो जांच किया जाये। पीएचईडी विभाग के जो अधिकारी है जैसे प्रखंड पदाधिकारी , जेईई , ठेकेदार सभी मिलकर लूट- खसोट का काम करना शुरू कर दिया है।
देखें हसनपुर से दिनेश पासवान के रिपोर्टर
आईडी नंबर 15 1130 247