वेस्ट बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने 1998 में अपनी स्थापना के बाद पहली बार शहीद दिवस कार्यक्रम भाजपा शासित राज्यों तक पहुंचाने का फैसला किया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी की बंगाल इकाई ने विधानसभा चुनाव उपरांत राज्य में राजनीतिक हिंसा के दौरान मारे गए अपने कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए ‘शहीद दिवस’ कार्यक्रम की योजना बनाई है.ज्ञातब्य हो कि तृणमूल कांग्रेस पार्टी के गठन के बाद से ही प्रत्येक साल 21 जुलाई को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीत से लबरेज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय राजनीति में अपनी जमीन तैयार करने की कोशिश शुरू कर दी है। यह पहली बार है जब ममता बनर्जी का भाषण 21 जुलाई को राज्य की सीमाओं से परे अन्य राज्यों में भी प्रसारित किया जाएगा।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भाषण दिल्ली, उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा में पार्टी मुख्यालय के बाहर एलईडी टीवी पर सुना और देखा गया।यही नहीं गुजरात के भी 32 जिलों में ममता बनर्जी के भाषण का एलसीडी स्क्रीन लगाकर प्रसारण का इंतजाम तृणमूल कांग्रेस की ओर से किया था।दिल्ली के आयोजन में दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं को भी बुलाया गया।ममता बनर्जी के लिए वर्ष 1993 कभी न भूलने वाला कड़वा सच था जब वे पश्चिम बंगाल में युवा कांग्रेस की अध्यक्ष थीं और बंगाल राजनीति में उभरता चेहरा थीं। चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सचित्र वोटर कार्ड की मांग ममता बनर्जी ने की थी। अपनी मांग को लेकर राज्य की तत्कालीन वाममोर्चा सरकार के मुख्य सचिवालय से कांग्रेस की ओर से एक अभियान का आह्वान किया गयाऔर ममता बैनर्जी के नेतृत्व में 21 जुलाई को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल हुए, लेकिन तृणमूल का आरोप है कि उस वक्त उनके जुलूस पर पुलिस की ओर से गोलियां चलाई गईं, जिसमें 13 कार्यकर्ताओ की जान चली गई थी।इसके बाद बंगाल की राजनीति में उथल-पुथल मच गई थी। इसके बाद ममता बनर्जी ने स्वयं का राजनीतिक धरातल तैयार कर कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) का गठन किया। तृणमूल कांग्रेस पार्टी के जन्म के बाद भी पार्टी 21 जुलाई के दिन को कभीनहीं भूली। तृणमूल हर साल इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाती रही है। इस दौरान विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक हिसा में मारे गए भाजपा नेताओं, समर्थकों और कार्यकर्ताओं को याद किया।आज पूरे देश में तृणमूल कार्यकर्ताओ ने शहीद दिवस का अनुपालन किया।खड़गपुर में भी हर तृणमूल पार्टी आफिस और चौराहे पर इस दिवस का पालन किया गया साथ ही साथ उन तेरह लोगों को भी याद किया गया जो बामपंथी सरकार के समय अपनी जान गवां दिए थे।खड़गपुर के 25नंबर वार्ड में भी इस दिवस का अनुपालन किया गया जिसमें विवेकानंद दास चौधुरी के अलावा पार्टी के ढेरों कार्यकर्ता उपस्थित थे।खड़गपुर से बंगाल स्टेट इंचार्ज दीपक शर्मा के साथ पश्चिम मिदनापुर डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज अजय चौधरी की रिपोर्ट।