राजस्थान जोधपुर/अजमेर संक्रमण की दूसरी लहर के तेजी से बढ़ने से रोकने के लिए राजस्थान में रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा जारी है। राज्य सरकार ने इसकी सख्त पालना के लिए निर्देश जारी किए हुए हैं।सोमवार को पहले ही दिन पुलिस पूरी तरह सख्त नजर आई। जोधपुर कमिशरनेट पुलिस जिला पूर्व व पश्चिम ने मिलाकर डेढ़ सौ से ज्यादा वाहनों को सीज कर थानों में भेजवाया है। अब ये गाड़ियां 24 मई के बाद ही मुक्त हो सकेंगी। आम दिनों की अपेक्षा आज पुलिस भी सख्त नजर आई तो आम जनजीवन भी पटरी पर रुका सा दिखा। जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में सख्त लॉकडाउन लागू हो गया। सरकार द्वारा दी गई छूट के अलावा करीब-करीब सबकुछ बंद नजर आया। सरकार ने विकराल रूप से सिर उठा रहे कोरोना पर लगाम लगाने के लिए 14 दिन का सख्त लॉकडाउन लगाया है, जो 24 मई तक लागू रहेगा। सख्त लॉकडाउन का पहले दिन असर नजर आया। सड़कों पर वे ही लोग नजर आए, जिन्हें जरूरी काम था। निजी वाहन और सिटी बसें बंद रहीं। सिनेमा, जिम, मॉल आदि पहले से ही बंद थे। रोडवेज की बसों के भी चक्के थम गए। कुछ जगहों पर थ्री व्हीलर टैक्सियां सड़कों पर सवारियां लेकर दौड़ती नजर आईं।
पुलिस भी पूरी तरह सख्ती के मूड में नजर आई। कई जगह बेरिकेड्स लगा कर रास्ते बंद कर दिए गए। आने-जाने वालों से पूछताछ करती नजर आई। बेवजह निकलने वालों के चालान काटने के साथ ही क्वारंटाइन भी किया जा रहा है। निजी वाहनों की तरह अब बसों सहित पब्लिक ट्रांसपोर्ट के सभी साधनों पर रोक लगा दी गई है। जिलों में आपातकालीन हालात को छोड़ आवाजाही पर रोक रहेगी।लॉकडाउन में पहले की तरह ही फल, सब्जी, दूध, किराना जैसे आम जरूरत की चीजें मिलती रहेंगी। उनके खुलने और बंद रहने का समय पहले वाला ही रहेगा। मंडियां, फल, सब्जियां, फूल-मालाओं की दुकानें हर दिन सुबह छह से 11 बजे तक खुल सकेंगी। सरकारी राशन की दुकानें बिना किसी अवकाश के खुली रहेंगी। मेडिकल स्टोर, मेडिकल उपकरणों की दुकानें सातों दिन खुली रहेंगी। वीकेंड पर शनिवार-रविवार को मेडिकल, दूध और फल सब्जी को छोड़ सब बंद रहेगा। फल सब्जी के ठेले सुबह छह से शाम पांच बजे तक सामान बेच सकेंगे। किराना और खाद्य सामग्री से जुड़ी दुकानें सुबह छह से 11 बजे तक खुलेंगी। सभी प्रकार के खाद्य पदार्थ, किराने का सामान, आटा चक्की, पशुओं के चारे से संबंधित थोक और खुदरा दुकानें सोमवार से शुक्रवार तक सुबह छह से 11 बजे तक ही खुल सकेंगी। किसानों की जरूरत की चीजों, खाद बीज की दुकानें, कृषि उपकरणों की दुकानें सोमवार से गुरुवार सुबह छह से 11 बजे खुल सकेंगी।
अजमेर में लॉकडाउन का असर अखबारों में विज्ञापनों में तो दिखा, लेकिन हकीकत में सड़कों पर नहीं रहा। अलबत्ता संबंधित थाना क्षेत्र में पुलिस अधिकारी ने बावर्दी सिपाहियों के साथ अपने क्षेत्र में मार्च किया।
सख्त लाॅकडाउन की शुरुआत 10 मई से हो गई है। यूं तो प्रदेश में 16 अप्रैल से ही लॉकडाउन लगा हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 10 से 24 मई तक के लिए सख्त लॉकडाउन की घोषणा की है। लेकिन 10 मई को सख्त लॉकडाउन वीकेंड के लॉकडाउन से भी कमजोर दिखाई दिया। 16 अप्रैल से लागू लॉकडाउन में वीकेंड का लॉकडाउन भी शामिल हैं। यानी सप्ताह में शनिवार और रविवार को किराना स्टोर और शराब की दुकानें भी बंद रहेंगी। लेकिन 10 मई से लागू सख्त लॉकडाउन में शराब की दुकानें भी खोल दी है। एक तरफ सरकार सख्त लॉकडाउन को लेकर अखबारो में फुल पेज के विज्ञापन जारी कर रही है तो दूसरी ओर शराब की दुकान खोल दी गई है। अब जब शराब की दुकानें तक खुली रहेंगी तो लॉकडाउन को सख्त कैसे माना जाएगा। यदि कोई व्यक्ति प्रातः छह से 11 बजे के बीच शराब लेने के लिए घर से बाहर निकलेगा तो पुलिस कैसे रोकेगी? बहुत से लोगों को किराना से ज्यादा शराब की दुकान की जरूरत है।राज्य सरकार यह तो चाहती है कि लोग अपने घरों से नहीं निकले, लेकिन राजस्व प्राप्ति के लिए शराब की बिक्री का मोह नहीं छोड़ रही है। वहीं, दूसरी ओर राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान भी चलाया हुआ है। लोग वैक्सीनेशन के लिए घरों से निकल रहे हैं। खरीदार, श्रमिक, दूध, फल, सब्जी वाले सभी सड़कों पर थे तो लोगों की आवाजाही भी दिखी। 10 मई को प्रदेशभर में प्रातः छह से 11 बजे तक सड़कों पर आवागमन जारी रहा। जबकि ऐसा आवागमन वीकेंड के लॉकडाउन में देखने को नहीं मिला था। श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए निर्माण कार्यों को जारी रखा गया है। इस वजह से भी आवागमन देखा गया। औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों का आवागमन भी जारी रहा। सरकार ने लोगों को घर से बाहर निकलने के अनेक बहाने दे दिए हैं। हालांकि सख्त लॉकडाउन में पुलिस ने सख्ती दिखाई है। थानाधिकारी बड़ा डंडा लेकर अपने अपने क्षेत्रों के चैराहों पर खड़े नजर आए हैं। बिना किसी ठोस कारण के घर से बाहर निकलने वालों से न केवल जुर्माना वसूला गया, बल्कि सरकारी संस्थानों में क्वारंटाइन भी किया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस के डंडे के भय से ही सख्त लॉकडाउन सफल होगा।
देखे राजस्थान से जयलाल नागर की रिपोर्ट 151113047