गेहूं क्रय केंद्र क्षेत्र के किसानों का कर रहे हैं उत्पीड़न
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फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया जिला संवाददाता सिकन्दराराऊ अशोक कुमार उपाध्याय 151127048
हाथरस सिकन्दराराऊ गेंहूँ क्रय केंद्रों पर क्षेत्रीय किसान महीनों से डेरा डाले हुए हैं किंतु उसके बाद भी क्षेत्र से बाहर की तोल की जा रही है और क्षेत्र के किसानों को उपेक्षित किया जा रहा है। कर्मयोग सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष विवेकशील राघव ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि क्रय केंद्र प्रभारी अधिकारियों के संरक्षण में मनमानी कर रहे हैं। खेड़िया कला के नाम से चल रहे क्रय केंद्र पर सासनी और कोल तहसील के किसानों के नाम पर तोल की जा रही है जबकि क्षेत्र का किसान लंबे समय से लाइन में लगा हुआ है। राघव ने दावा करते हुए कहा कि जिन किसानों के नाम पर तोल की गई है और भुगतान किया गया है उनका भौतिक सत्यापन कराया जाय तो वे गेँहू के किसान के स्थान पर आलू के किसान पाए जाएंगे।
किसानों के भोलेपन और सरलता का लाभ उठाकर भ्रष्टाचारी अपनी जेब भरने में लगे हैं और जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की उदासीनता या मौन संरक्षण के कारण उन्हें भरपूर संरक्षण भी मिल रहा है। राघव ने कहा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधियों द्वारा यदि सत्यनिष्ठा से इस प्रकरण की जांच कराई जाय तो यह एक बड़े घोटाले के रूप में सामने आएगा।
सिकन्दराराऊ। गेंहूँ क्रय केंद्रों पर क्षेत्रीय किसान महीनों से डेरा डाले हुए हैं किंतु उसके बाद भी क्षेत्र से बाहर की तोल की जा रही है और क्षेत्र के किसानों को उपेक्षित किया जा रहा है। कर्मयोग सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष विवेकशील राघव ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि क्रय केंद्र प्रभारी अधिकारियों के संरक्षण में मनमानी कर रहे हैं। खेड़िया कला के नाम से चल रहे क्रय केंद्र पर सासनी और कोल तहसील के किसानों के नाम पर तोल की जा रही है जबकि क्षेत्र का किसान लंबे समय से लाइन में लगा हुआ है। राघव ने दावा करते हुए कहा कि जिन किसानों के नाम पर तोल की गई है और भुगतान किया गया है उनका भौतिक सत्यापन कराया जाय तो वे गेँहू के किसान के स्थान पर आलू के किसान पाए जाएंगे।
किसानों के भोलेपन और सरलता का लाभ उठाकर भ्रष्टाचारी अपनी जेब भरने में लगे हैं और जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की उदासीनता या मौन संरक्षण के कारण उन्हें भरपूर संरक्षण भी मिल रहा है। राघव ने कहा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधियों द्वारा यदि सत्यनिष्ठा से इस प्रकरण की जांच कराई जाय तो यह एक बड़े घोटाले के रूप में सामने आएगा।