उत्तराखंड में 100 फीसदी क्षमता के साथ चलेंगे वाहन, हर यात्रा के बाद वाहनों को करना होगा सैनिटाइज!
- 151045804 - SHAHANOOR ALI
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उत्तराखंड में सार्वजनिक वाहनों का संचालन अब 100 फीसदी क्षमता के साथ हो सकेगा। कोविड कर्फ्यू लागू रहने तक पूर्व की भांति नियमों के मुताबिक वाहनों का संचालन होगा। बुधवार को परिवहन सचिव ने परिवहन से जुड़ी नई मानक प्रचालन कार्यविधि (एसओपी) जारी कर दी। इसके तहत अब सार्वजनिक वाहनों में पूरी क्षमता के मुताबिक यात्री बैठ सकेंगे। एसओपी के मुताबिक, अंतरराज्यीय और अंतर जनपदीय मार्गों पर बस, टैक्सी कैब, मैक्सी कैब, थ्री व्हीलर ऑटो, विक्रम व ई-रिक्शा का संचालन सीट क्षमता के हिसाब से होगा। सवारियों को खड़ा करके नहीं ले जा सकते हैं।
हालांकि शहरों में सिटी बस, विक्रम, ऑटो का संचालन फिलहाल कोविड कर्फ्यू रहने तक नहीं होगा। केवल आपात स्थिति में टिकट दिखाकर ही ऑटो या टैक्सी का संचालन पूर्व की भांति हो सकेगा। हर यात्रा के बाद वाहनों को सैनिटाइज करने से लेकर यात्री किराया और अन्य सभी नियम यथावत रखे गए हैं।
एसओपी से पैदा हुआ असमंजस
बुधवार को जारी हुई एसओपी से विक्रम, ऑटो, सिटी बस संचालकों में भारी असमंजस पैदा हो गया। दरअसल, एसओपी में बिंदु संख्या तीन में अंतर जनपदीय और अंतर राज्यीय मार्गों पर विक्रम, ऑटो, ई-रिक्शा संचालन का जिक्र किया गया है। इससे असमंजस हो गया कि इनका संचालन शुरू होगा। हालांकि देर शाम अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि कोविड कर्फ्यू रहने तक फिलहाल शहरों के भीतर संचालन की अनुमति नहीं है।
आज 42 दिन बाद खुले बाजार, ग्राहकों से हुए गुलजार
कोरोना संक्रमण की रफ्तार कमजोर पड़ने पर बुधवार को 42 दिन बाद बाजार खुले। सुबह आठ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ी। गारमेंट्स, बर्तन, इलेक्ट्रानिक और मोबाइल की दुकानों में रौनक दिखी। हालांकि, कई ग्राहक मास्क पहनना और शारीरिक दूरी भूल गए।
प्रदेश में 28 अप्रैल से लगाए गए कोविड कर्फ्यू के चलते आवश्यक सेवाओं की दुकानों को ही खोलने के आदेश जारी किए गए थे। बुधवार को जब 42 दिन बाद सुबह आठ बजे जैसे ही बाजार खुलने शुरू हुए तो ग्राहकों का आवागमन भी शुरू हो गया। सुबह दस बजे तक अधिकतर बाजारों में भीड़ थी। सबसे ज्यादा भीड़ कूलर, पंखे व एसी खरीदने वालों की रही। कपड़ों की दुकानों पर भीड़ नजर आई।
10 जून से सहालग का सीजन होने के कारण लोगों ने कपड़ों की खरीदारी की। दूल्हा दुल्हन के कपड़ों के अलावा समारोह में शामिल होने के लिए महिलाओं व पुरुषों ने अपने लिए भी कपड़े खरीदे। वहीं महिलाओं ने कास्मेटिक के सामान की भी खरीदारी की। जूते-चप्पल की दुकान पर भी खरीदार नजर आए।
किराना स्टोर पर घंटों तक करते रहे इंतजार
दाल, आटा, मसाला, तेल खरीदने के लिए लोगों की किराना स्टोर पर पर भीड़ रही। सामान खरीदने के लिए आए लोगों ने दुकानदारों ने पर्चे लेकर उनसे सामाजिक दूरी बनाने या फिर बाद में आने की अपील की। अधिकतर लोग पर्चे दुुकानों पर छोड़कर चले गए।
पहले सफाई फिर दुकानदारी की
42 दिन बाद बाजार खुला तो दुकानों में काफी गंदगी भी जमा हो गई थी। दुकानदारों ने पहले कर्मचारियों के साथ मिलकर सफाई की। इसके बाद दुकानदारी शुरू की। कपड़ा, प्लास्टिक, कंफेक्शनरी, प्लास्टिक आदि की दुकानों में बंदी के दौरान चूहों ने ज्यादा नुकसान पहुंचाया।