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कोरोना काल में भुखमरी पर पहुंचे वित्तविहीन शिक्षकों को राहत पैकेज दे सरकार -पवन शर्मा।
  • 151127048 - ASHOK KUMAR UPADHYAY 0



सिकंदराराऊ :- कोरोना काल की भीषण महामारी के कारण भुखमरी की स्थिति में पहुँच चुके वित्तविहीन शिक्षकों को तत्काल राहत पैकेज दिया जाए। प्रदेश का लाखों वित्तविहीन शिक्षक कोरोना के कारण विद्यालय बन्द होने से व शुल्क न प्राप्त होने से अपना व परिवार का जीवनयापन भी नहीं कर पा रहा है। विद्यालयों में न के बराबर शुल्क आया है जिससे अधिकांश प्रबंधकों ने शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन देना बन्द कर दिया है। जिससे शिक्षक व कर्मचारी बहुत ही दुखी व हताश, निराश हैं जो कि कल्यणकारी राज्य की परिकल्पना के विपरीत है।इससे शिक्षकों व कर्मचारियों में सरकार की असंवेदनशीलता का नकारात्मक संदेश जा रहा है। सरकार के प्रति शिक्षकों में अविश्वास पैदा हो रहा है ।अतः गम्भीरतापूर्वक विचार करते हुए जीविकोपार्जन भर के लिए कोरोना राहत पैकेज उक्त शिक्षकों को दिया जाए। उक्त बातें वित्तविहीन शिक्षक महासभा उत्तर प्रदेश के आगरा शिक्षक खंड प्रभारी पवन शर्मा ने गुरुवार को यहां शिशु शिक्षा मंदिर पेड़ वाले स्कूल में कोविड गाइडलाइन के तहत आयोजित एक बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि 15 माह में शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल ठप हो गई है। यूपी बोर्ड एवं बेसिक शिक्षा से मान्यता प्राप्त स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा न के बराबर हुई है। अभिभावकों ने 'नो स्कूल नो फीस' का अभियान चलाकर इन विद्यालयों में शुल्क भी जमा नहीं किया। ऐसे में शिक्षकों को वेतन देना प्रबंधक के स्तर से मुश्किल था। इधर बच्चों को बार बार प्रमोट करके सरकार इनके भविष्य को चौपट कर रही है। पिछला पढ़ा नहीं तो अगली कक्षा का सिलेबस भी समझ नहीं आएगा। ऐसे में बच्चों का भविष्य भगवान भरोसे है तथा इन विद्यालयों के प्रबंधक , शिक्षक और कर्मचारियों के परिवार भुखमरी के कगार से गुजर रहे हैं। घर के जेवर एवं अन्य वस्तुएं बेचकर स्कूलों के बिजली के बिल जमा कर रहे हैं। निदान तो बहुत दूर सरकार एवं सरकार से जुड़े लोग इनकी पीड़ा सुनना भी नहीं चाहते ।सरकार को इसका अंजाम 2022 में भुगतना पड़ेगा। वित्त विहीन शिक्षक सड़कों पर उतरने में पीछे नहीं रहेंगे। सरकार को शिक्षकों की दयनीय दशा पर सोचने के लिए विवश होना पड़ेगा। इस अवसर पर आगरा शिक्षक खंड प्रभारी पवन शर्मा का स्मृति चिन्ह भेंट करके स्वागत किया गया। बैठक में मुनेश चतुर्वेदी, विनोद कुमार यादव, राजू सूफी , नरेश चतुर्वेदी, पंकज कुमार, शरद शर्मा, रामकिशोर, सतीश चंद्र, मुकेश कुमार, कलीम अख्तर, रविंद्र कुमार शर्मा, अजय पाल सिंह, गुलजार गांधी आदि मौजूद रहे। देखे अशोक उपाध्याय की रिपोर्ट 151127048

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