आज का हिंदू पंचांग- हरीश गोयल
- 151123061 - HARISH KUMAR
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*🌷पहले रोटी गाय माता को 🌷*
🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 03 जून 2021*
⛅ *दिन - गुरुवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2078 (गुजरात - 2077)*
⛅ *शक संवत - 1943*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - वैशाख)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - नवमी 04 जून रात्रि 02:22 तक तत्पश्चात दशमी*
⛅ *नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद शाम 06:35 तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद*
⛅ *योग - प्रीति 04 जून रात्रि 02:24 तक तत्पश्चात आयुष्मान्*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 02:17 से शाम 03:57 तक*
⛅ *सूर्योदय - 05:57*
⛅ *सूर्यास्त - 19:16*
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *गर्मी के प्रभाव से सुरक्षा हेतु – प्रकृति के उपहार*
🏉 *नारियल पानी :- नारियल का पानी पित्तशामक, स्वादिष्ट, स्निग्ध और ताजगी प्रदान करनेवाला है | यह प्यास को शांत कर ग्रीष्म ऋतू की उष्णता से सुरक्षा करता है | अत: गर्मियों में नारियल पानी का सेवन विशेष लाभदायी हैं |*
🏉 *लू लगने पर नारियल पानी के साथ काला जीरा पीस के शरीर पर लेप करने से लाभ होता है |*
🏉 *प्रतिदिन नारियल खाने व नारियल पानी पीने से शारीरिक शक्ति का विकास होता है, वीर्य की तेजी से वृद्धि होती है | ( अष्टमी को नारियल न खायें | )*
➡ *मूत्र में जलन होने पर पिसा हरा धनिया तथा मिश्री नारियल पानी में मिला के पीने से जलन दूर होती है |*
🥒 *खीरा : - खीरा शरीर को शीतलता प्रदान करता है | इसमें बड़ी मात्रा में पानी और खनिज तत्त्व पाये जाते हैं |*
🥒 *अत: इसके सेवन से शरीर में खनिज तत्त्वों का संतुलन बना रहता हैं | यह मूत्र की जलन शांत करता है एवं यकृत ( लीवर ) के लिए भी हितकारी है | खीरा भूख बढाने के साथ ही आँतों को सक्रिय करता हैं |*
➡ *अधिक पढने – लिखने, चित्रकला, संगणक व सिलाई का काम करने से आँखों में थकावट होने पर खीरे के दुकड़े काटकर आँखों पर रखें | इससे उनको आराम मिलता है तथा थकावट दूर होती है |*
🥒 *नींबू और खीरे का रस मिलाकर लगाने से धूप से झुलसी हुई त्वचा ठीक होती है |*
🍉 *तरबूज : ग्रीष्म ऋतू में प्यास की अधिकता से मुक्ति दिलाता है तरबूज | इसके सेवन से शरीर में लू का प्रकोप कम होता है और बेचैनी से रक्षा होती है |*
*🍉 तरबूज के रस में सेंधा नमक और नींबू का रस मिलाकर पीने से लू से सुरक्षा होती है |*
🍉 *गर्मी के प्रकोप से मूत्रावरोध होने पर तरबूज का रस पिलाने से मूत्र शीघ्र निष्कासित होता है |*
🍉 *तरबूज के छोटे – छोटे टुकड़ों पर थोडा – सा जीरा चूर्ण और मिश्री डाल के सेवन करने से शरीर की उष्णता दूर होती है |*
👉🏻 *धनिया : - धनिया ग्रीष्म ऋतू में अधिक प्यास के प्रकोप को शांत करता है |*
👉🏻 *१० ग्राम सूखा धनिया व ५ ग्राम आँवला चूर्ण रात को मिटटी के पात्र में १ गिलास पानी में भिगो दें | प्रात: मसलकर मिश्री मिला के छान के पियें | यह गर्मी के कारण होनेवाले सिरदर्द व मूँह के छालों में हितकर हैं | धनिया पीसकर सिर पर लेप करने से भी आशातीत लाभ होगा | इससे पेशाब की जलन, गर्मी के कारण चक्कर आना तथा उलटी होना आदि समस्याएँ दूर होती हैं |*
देखे हरीश गोयल की रिपोर्ट 151123061