पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ FIR दर्ज
सौ करोड़ रुपए की वसूली वाले आरोप पर CBI ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने देर रात मुंबई, नागपुर समेत महाराष्ट्र के 12 ठिकानों पर छापेमारी भी की है। एक टीम अभी भी उनके मुंबई स्थित सरकारी बंगले में छापेमारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक, अनिल देशमुख फिलहाल नागपुर में हैं और वहां भी एक टीम उनसे पूछताछ कर रही है।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई की वकील जयश्री पाटिल की याचिका पर CBI को आरोपों की जांच करके 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। हालांकि, CBI ने कोविड का हवाला देते हुए रिपोर्ट नहीं पेश की, लेकिन अब केस दर्ज कर लिया है। संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए CBI की टीम PPE किट पहनकर यह छापे मार रही है।
महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए पहले ही एक हाई लेवल कमेटी बना दी है। चीफ जस्टिस दत्ता ने कहा था कि हाई लेवल कमेटी के लिए राज्य सरकार की तरफ से लाया गया प्रस्ताव भरोसा दिलाता है कि इसमें किसी दखल की जरूरत नहीं है। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने 25 मार्च को बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर अर्जी में देशमुख के खिलाफ CBI जांच की मांग की थी। परमबीर सिंह ने दावा किया था कि देशमुख ने सस्पेंड पुलिस अधिकारी सचिन वझे समेत दूसरे अधिकारियों को बार और रेस्टोरेंट से 100 करोड़ रुपए की वसूली करने को कहा था। इस अर्जी पर हाईकोर्ट ने कहा था कि यह असाधारण मामला है, जिसमें स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जरूरत है।
सिर्फ परमबीर सिंह ही नहीं सचिन वझे ने भी महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर अवैध वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाया था। वझे ने बताया था कि जनवरी 2021 में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुझे अपने सरकारी बंगले पर बुलाया। तब उनके PA कुंदन भी वहां मौजूद थे। इसी समय मुझसे मुंबई में 1,650 पब, बार मौजूद होने और उनसे हर महीने 3 लाख रुपए के कलेक्शन की बात कही गई। इस पर मैंने गृह मंत्री अनिल देशमुख से कहा कि शहर में 1,650 बार नहीं, सिर्फ 200 बार है।
आगे सचिन वझे ने बताया कि मैंने गृह मंत्री को इस तरह बार से पैसा इकट्ठा करने से भी मना कर दिया था, क्योंकि मैंने उन्हें बताया था कि यह मेरी क्षमता से बाहर की बात है। तब गृह मंत्री के PA कुंदन ने मुझे कहा था कि अगर मैं अपनी जॉब और पोस्ट को बचाना चाहता हूं, तो वही करूं, जो गृह मंत्री कह रहे हैं।