लाल मियां गिरोह ने लूटे-पीटे थे सिपाही
- 151111044 - NITIN KUMAR
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यूपी/बदायूं अलापुर। ककराला कस्बे में सिपाही को पीटकर उसकी इंसास रायफल लूटने वाले लाल मियां और फूल मियां एंड कंपनी को पुलिस ने नामजद किया। इसके अलावा 25 नामजद समेत 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला, डकैती, सरकारी कार्य में बाधा डालना व उपद्रव की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। दो लोगों की रात में ही पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली थी, जबकि बाकी की तलाश जारी है। फिलहाल पुलिस गैंग के लीडर लाल मियां की गिरफ्तारी पर निगाह लगाए हुए है।
कस्बा ककराला में अवैध पिस्टल व तमंचों से फायरिंग की सूचना पर पहुंचे सिपाहियों पर आपराधिकतत्वों की भीड़ द्वारा हमला करके इंसास लूटने समेत अंधाधुंध फायरिंग व पथराव करके सिपाही को गंभीर रूप से घायल करने के मामले में पुलिस ने 24 नामजद समेत 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला, डकैती, सरकारी काम में बाधा डालने समेत बलवा आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुख्य आरोपी फूल मियां समेत उसका दिल्ली निवासी एक साथी गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके पास से लूटी गई इंसास समेत तमंचा व कारतूस बरामद हुए हैं। बाकी के नामजदों की पुलिस तलाश कर रही है।
ककराला के वार्ड संख्या नौ में फूल मियां के घर में शादी समारोह से एक दिन पहले हुई दावत में कई शातिर अपराधी भी मय असलहा शामिल हुए थे। इन अपराधियों ने अवैध असलहों से फायरिंग शुरू की तो पुलिस मौके पर पहुंच गई। अपराधियों की भीड़ ने पुलिस पर हमला करते हुए सिपाही अशोक भदौरिया को पीटकर घायल करने के साथ ही उसकी इंसास लूट ली। पुलिस बल मौके पर पहुंचा तो हमलावरों की भीड़ भाग छूटी और घायल सिपाही को जिला अस्पताल भेजा गया।रात में ही एसपी सिटी समेत छह थानों की पुलिस, पीएसी, क्यूआरटी ने ककराला को घेर लिया। लूटी गई इंसास लेकर भाग रहे फूल मियां समेत उसका एक साथी मोहम्मद सोहेल खान निवासी बी-126 जोशी कालोनी पटपड़गंज आईपी एक्टेंशन दिल्ली-92 को गिरफ्तार कर लिया गया। सोहेल के पास से तमंचा व कारतूस बरामद किए गए हैं।
एसपी सिटी प्रवीन सिंह चौहान मुताबिक दो शातिर गिरफ्तार हो चुके हैं, कुछ संदिग्ध भी पकड़े हैं ताकि पूरे गिरोह का पता लग सके। लुटेरों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। उनका आपराधिक रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। ताकि उन मुकदमों की स्थिति भी देखी जा सके।
पुलिस वालों तक के पर्स खड़ी उड़ा लिये
फायरिंग कर रहे गैंग को पकड़ने के लिए एसआई सुमित शर्मा, सिपाही बलजीत सिंह, सुमित कुमार व सचिन कुमार भी गए थे लेकिन भीड़ उन पर भी टूट पड़ी और एसआई सुमित शर्मा का पर्स जिसमें 22 सौ रुपये के अलावा आईडीकार्ड व जरूरी दस्तावेज थे लूटा गया। साथ ही सिपाही ओमप्रकाश की कलाई घड़ी भी किसी ने साफ कर दी। अशोक भदौरिया का पर्स जिसमें 14 सौ रुपये के अलावा दस्तावेज रखे थे, साफ कर दिया।
दो बार हुआ हमला
पहले हमले में उपद्रवियों की भीड़ लूटपाट करके फरार हो गए। उनकी स्विफ्ट गाड़ी वहां छूट गई थी, घायल पुलिस टीम उस गाड़ी को पुलिस चौकी ला रही थी लेकिन रास्ते में ही तिराहे पर एक बार भी लुटेरी कंपनी अपने अन्य सहयोगियों के साथ वहां आ धमकी और दोबारा पुलिस पर पथराव कर दिया। इस हमले में भी पुलिस टीम को चोटे लगीं लेकिन दरोगा ने अपनी पिस्टल निकालकर लुटेरों पर तानी तो भीड़ फिर से भाग गई। इसके बाद कार चौकी लाने के साथ ही अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई।
ये हुए हैं नामजद
मुकदमे में वार्ड संख्या नौ निवासी फूल मियां, माकिर, पप्पू, नूर आलम, फैजल, टमाटर, फिरदोस, फिरोज, गयूर, लायक अली, चिपू, लाल मियां, हसरत, इस्तकार, आकिल, शफी अहमद, रफीक, अजमत, रफाकत, समर, फतेह, बिलाल व अनस आदि शामिल हैं। इसके अलावा 20-25 अज्ञात लोग भी मुकदमे में शामिल हैं।
रासुका की तैयारी में प्रशासन
इन शातिर अपराधियों पर पुलिस रासुका की कार्रवाई की तैयारी भी कर चुकी है। ताकि वो अधिक समय तक जेल में रहें और सुधार की ज्यादा गुंजाइश हो। इनके खिलाफ धरपकड़ अभियान जारी है, रातभर पुलिस ने इन शातिरों की तलाश में छापामारी की लेकिन फिलहाल ये हाथ नहीं लगे हैं।
साजिश के तहत हुआ हमला
सिपाहियों पर हमले की घटना में साजिश की गंध भी आने लगी है। वजह है कि चौकी दो आरोपियों को लेकर चौकी पर रवाना हो गए, जबकि सिपाही अशोक भदौरिया व ओपी सिंह को मौके पर ही छोड़ दिया गया। उसमें भी ओपी सिंह के पास महज डंडा था। दोनों बरामद कार को ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में एक ट्रैक्टर खड़ा करके रास्ता बंद कर दिया गया था। उसे हटवाने में जो देर लगी, उसी देर में हमलावरों का हुजूम एकत्र हो गया और हमला बोल दिया गया।
एक घर में बैठे थे लाइन हाजिर सिपाही
भीड़ से बचकर सिपाही वहां से लगभग दो सौ मीटर दूर भागा और एक घर में जाकर शरण ली। इत्तेफाक से उस घर में दो सिपाही बैठे मिले, दोनों पूर्व में अलापुर में तैनात थे लेकिन संदिग्ध गतिविधियों और आए दिन नई कारगुजारियों को अंजाम देने के कारण उन्हें लाइन हाजिर किया गया था। इतनी बड़ी घटना के बाद भी दोनों उस घर से नहीं निकले। चर्चा है कि आरोपी फूल मियां के बहनोई के घर चल रहे शादी समारोह में शामिल होने दोनों सिपाही वहां पहुंचे थे।
पिस्टल से लेकर डोडा तक बेचता है फूल मियां
इंस्पेक्टर ओपी गौतम ने बताया कि आरोपी फूलमियां का थानास्तर पर कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है लेकिन यह पता लगा है कि वह ककराला से डोडा और पिस्टल समेत कई मादक पदार्थ ले जाता है और दिल्ली में उन्हें महंगे दाम पर बेचता है। उसकी तस्करी के नेटवर्क में कौन-कौन जुड़ा है, इसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है।
दरोगा की हिम्मत रही जो सिपाही बच गएककराला चौकी पर तैनात एसआई राजेंद्र सिंह की पूरे महकमे में काफी वाहवाही हो रही है। वजह है कि लूटी गई इंसास बरामदगी में जहां दरोगा की अहम भूमिका रही। वहीं पिछले दिनों एक सट्टा किंग की गिरफ्तारी के दौरान भीड़ उग्र होने पर भी दरोगा राजेंद्र ही पुलिस टीम को सकुशल निकलाकर लाए थे और भीड़ की हिम्मत नहीं पड़ी कि वो आगे बढ़ सके। तत्कालीन चौकी प्रभारी सुनील कुमार को भी एक बार भीड़ ने कमरे में बंद किया था तो दरोगा राजेंद्र ही निकालकर लाए थे।