भास्कर पड़ताल - रोज हादसे:मरम्मत या लीपापोती... 5
- 151118124 - UDAY SINGH NAGAR
0
राजस्थान के बारां जिले के अंतर्गत बारिश का मौसम बीतने के बाद पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़कों की मरम्मत शुरू की गई है। यह अच्छी बात है...लेकिन जिस तरह शहर में ही यह हाल है कि प्रमुख मार्गों पर ही लंबी दूरी तक सड़क उखड़ी है। जिला मुख्यालय पर ही मेंटिनेंस के नाम पर लीपापोती की जा रही है। इसका खामियाजा वाहन चालकों को उठाना पड़ रहा है। ऐसे हालात तब हैं, जब मेंटिनेंस के नाम पर ही 5 करोड़ से ज्यादा राशि खर्च की जा रही है।जिले में बारिश के दौरान खस्ताहाल हुई सड़कों से निकलना वाहन चालकों के लिए मुसीबत भरा साबित हो रहा है। टूटी सड़क से गिट्टियां उछल रही हैं तो दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं। बारिश का सीजन निकलने के बाद सड़कों की मरम्मत शुरू हो गई है। लोगों को उम्मीद थी कि मेंटिनेंस पैचवर्क के बाद सड़क दुरुस्त हो जाएगी, लेकिन इसमें भी लीपापोती हो रही है।जिला मुख्यालय पर ही शाहाबाद रोड रामनगर नाले की पुलिया, कोटा रोड पर ओवरब्रिज से पहले लंबी दूरी तक सड़क में उखड़ी हुई है। शहर में पैचवर्क किया जा रहा है, लेकिन इसको दुरुस्त नहीं किया गया है। कोटा रोड व शाहाबाद रोड शहर के प्रमुख मार्ग हैं। यहां पर हर दिन हजारों की संख्या में वाहन चालक व राहगीर गुजरते हैं। सड़क सही नहीं होने से लोगों को हिचकोले खाते हुए गुजरना पड़ रहा है। यहां गिट्टी, धूल उछलते और उड़ते हैं, तो वहां चालक फिसलकर घायल हो रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में भी सड़कें खराब, नहीं हो रही सुनवाईबारां शहर समेत जिले के शाहाबाद, केलवाड़ा, अटरू, छीपाबड़ौद, ग्रामीण व कस्बाई क्षेत्रों में सड़कों की हालात खस्ताहाल हो रही है। सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे होने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। ऐसे में आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है, जिनमें लोग घायल हो रहे हैं। साथ ही वाहनों में टूट-फूट व मेंटिनेंस भी बढ़ रही है। प्रमुख एप्रोच रोड पूरी तरह उखड़ गई है। गांवों से सड़कों तक जोड़ने वाली कई सड़कों की स्थिति ऐसी भी है, जहां गड्ढों मेें सड़क ढूंढनी पड़ती है। ऐसी सड़कों जिनका पुन: निर्माण तो दूर, इनकी मरम्मत पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लंबे अरसे से ही सैकड़ों वाहन चालक इन सड़कों से जाेखिम भरा सफर तय करने को मजबूर हैं। बारां शहर से थामली रोड की सड़क लंबे अरसे से खस्ताहाल पड़ी हुई है। इस मार्ग पर मुख्यत: मेलखेड़ी, छापर, राजपुरा, थामली व टारड़ा गांव हैं। इस मार्ग से दिनभर में कई ग्रामीण आवश्यक कार्याें के लिए शहर जाने के लिए गुजरते हैं। कई बार ज्ञापन देने के बावजूद जनप्रतिनिधि और जिम्मेदार अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
देखे बारां से उदयसिंह नागर की रिपोर्ट 151118124