बदमाश:बुजुर्ग कांपते हुए बोले- मुझे मरा नहीं समझते
- 151113047 - JAYLAL NAGAR
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राजस्थान कानोड़ में सोमवार रात हुई लूट की कहानी बताते हुए 85 साल के सोहनलाल कोठारी फफक पड़े। मंगलवार को भी उनके होठों पर खून के कतरे थे, जो सूखने के बाद भी बर्बरता की गवाही दे रहे थे। वृद्ध बोले- मैं पलंग पर था। बदमाशों ने मेरे हाथ-पांव बांध दिए। मैं कुछ समझता, तब तक मुंह में कपड़ा भी डाल दिया। दांत हिल गए और खून बह निकला। मैं एकदम बेबस हो चुका था। बदमाश बातचीत कर रहे हैं, लेकिन मैं
समझ नहीं पा रहा था कि बोल क्या रहे हैं। फिर तोड़-फोड़ की आवाजें आती रहीं। मैं मदद के लिए किसी को पुकारने की हालत में भी नहीं था। बेबसी में पड़ा रहा और लुटेरे मुझे मरा समझ अपना मकसद पूरा कर भाग निकले। उनकी बातचीत और खटपट बंद हुई तो मैंने जैसे-तैसे मुंह से कपड़ा निकाला। फिर मदद के लिए पुकारा तो कोई आए। उन्होंने मेरे हाथ खोले, फिर मेरे घर वालों और पुलिस को भी बुलाया।
पत्नी की माैत के बाद 5 माह से अकेले रह रहे वृद्ध
वृद्ध साेहन काेठारी के तीन बेटियां हैं, जिनका ससुराल भीलवाड़ा, उदयपुर और कानाेड़ में है। बेटा भी उदयपुर में रहता है। लंबे समय से साेहन और उनकी पत्नी इसी घर में साथ रह रहे थे। पांच माह पहले पत्नी की माैत के बाद से वृद्ध अकेले रह रहे थे। जरूरत पर कानोड़ में ही रहने वाली बेटी देख-रेख के लिए पहुंचती थी। सोहनलाल के बेटे मदनलाल का कहना है कि वे पिता को उदयपुर ले जाने की तैयारी में थे।
देखे राजस्थान से जयलाल नागर की रिपोर्ट151113047