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पाकिस्तान की बेटी बनी 'इंडियन', 32 साल पहले बुलंदश
  • 151108322 - ISHWAR PAL SINGH 0



पाकिस्तान की बेटी बनी 'इंडियन', 32 साल पहले बुलंदशहर में हुआ था निकाह बुलंदशहर की बहू को शादी के 32 साल बाद भारतीय नागरिकता मिल गई है। निकाह के बाद पिछले 32 साल से फाखरा नौरीन बुलंदशहर में रह रही थीं। भारतीय नागरिकता मिलने पर वह सरकार का शुक्रिया अदा अदा कर रही हैं। शादी के 32 साल बाद पाकिस्तान की फाखरा नौरीन बनीं भारतीय बुलंदशहर के एसएसपी ने भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपा पाकिस्तान के झेलम की रहने वाली फाखरा की शादी नसीम से हुई थी हर दो-तीन साल पर वीजा मजबूरियों की वजह से पाक जाना पड़ता था वक़्त नहीं है? हाइलाइट्स पढ़ने के लिए डाउनलोड ऐप वह बेटी तो पाकिस्तान की थी लेकिन हिंदुस्तान से उसका नाता बेहद खास था। इतना खास कि भारत उसे सबसे प्यारा लगने लगा। लेकिन एक अड़चन भी थी। ये एक ऐसी जद्दोजहद थी जो पिछले 32 साल से चल रही थी। फाखरा नौरीन पैदा तो पाकिस्तान में हुईं लेकिन रिश्तों की डोर उन्हें हिंदुस्तान खींच लाई। पिछले 32 सालों से पाकिस्तान की बेटी कशमकश से जूझ रही थी। बुलंदशहर की सरहद पार की ये बहू अब भारतीय नागरिक बन गई है। निकाह के बाद पिछले 32 साल से फाखरा नौरीन यूपी के बुलंदशहर में रह रही थीं। भारतीय नागरिकता मिलने पर वह शुक्रिया अदा अदा कर रही है। बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने पाकिस्तान की बेटी फाखरा नौरीन को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपा। दरअसल पाकिस्तान के झेलम की रहने वाली फाखरा नौरीन का 19 दिसंबर 1988 को बुलंदशहर के नसीम से निकाह हुआ था। शादी के बाद फाखरा के लिए लगातार हिंदुस्तान रहना नामुमकिन था। वीजा नियमों की वजह से उन्हें बार-बार पाकिस्तान जाना पड़ता था। इसके बावजूद वह बराबर भारतीय नागरिकता हासिल करने के लिए प्रयासरत थीं। फाखरा की मानें तो 50 साल की उम्र में जाकर उन्हें अब भारत की नागरिकता मिली है। इंडियन बनने के बाद उनके परिवार में खुशी का माहौल है। भारतीय बनी पाकिस्तानी बेटी ने बताया कि पिछले 32 साल से हम संघर्ष कर रहे थे, जिसके बाद अब भारत की नागरिकता मिली है। बुलंदशहर एसएसपी साहब ने आज हमें प्रमाण पत्र दिया है। फाखरा के दो बेटे हैं, जिसमें से एक की शादी हो चुकी है। एक अभी कुंवारा है। पिछले 32 साल से बुलंदशहर कोतवाली नगर क्षेत्र के मामन चौकी इलाके में वह रहती हैं। फाखरा का कहना है कि हर दो-तीन साल बाद मुझे पाकिस्तान जाना पड़ता था। एक बार 2 महीने रहने के बाद दोबारा से फिर यहां आती थी। ऐसे में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब इन्हें नागरिकता प्रदान हुई है तो सरकार का भी धन्यवाद किया है। बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार ने कहा कि आज पाकिस्तान की रहने वाली एक बेटी को नागरिकता प्रदान हुई है, जिसका प्रमाण पत्र उनको दिया गया है। वह काफी दिनों से प्रयासरत थीं। आज उन्हें भारत की नागरिकता मिली है। ब्यूरोचीफ बुलंदशहर ईश्वर पाल सिंह।

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