यूपी प्रतापगढ़। विश्व के विभिन्न देशों के 325 हिन्दी कवियों की रचनाओं को समाहित करने वाले विशालतम काव्य -संग्रह " नयी सदी के स्वर " में बेल्हा के लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. दयाराम मौर्य 'रत्न' को स्थान मिला है। चित्र -परिचय समेत डॉ. रत्न की रचनाओं को 8 पृष्ठों में प्रकाशित किया गया है। इसका संपादन सुप्रसिद्ध लेखक हीरालाल मिश्र 'मधुकर' ने किया है। गौरतलब है कि 1300 पृष्ठों के इस काव्य -संग्रह में विश्व के नामचीन जीवित हिन्दी तथा अहिन्दी भाषी हिन्दी कवियों को ही सम्मिलित किया गया है। सरस्वती पुरस्कार प्राप्त सौ वर्षीय राम दरस मिश्र जैसे अनेक रचनाकार काव्य संग्रह में संग्रहीत हैं। नयी सदी के स्वर के प्रकाशन से वैश्विक स्तर पर हिन्दी साहित्य की दशा और दिशा के अध्ययन में सुविधा होगी।
इस प्रतिष्ठित और दुर्लभ काव्य ग्रंथ पर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग ने शोध कार्य आरंभ कर दिया है। इस उपलब्धि हेतु डॉ. दयाराम मौर्य 'रत्न' को साहित्यकारों और प्रबुद्धजनों ने बधाई दी है। कहा कि डॉ. रत्न ने जनपद प्रतापगढ़ का नाम रोशन किया है। उनमें एलायंस क्लब इंटरनेशनल के निदेशक रोशन लाल ऊमरवैश्य, ट्रस्टी आनन्द मोहन ओझा, विकास अधिकारी राजीव कुमार आर्य, शिक्षाविद राकेश कनौजिया, साहित्यकार प्रेमकुमार त्रिपाठी प्रेम, श्रीनाथ मौर्य 'सरस', राधेश्याम दीवाना, कुंजबिहारी लाल मौर्य काकाश्री, अनिल कुमार निलय, सुनील कुमार सिंह प्रमुख रहे। विशाल रावत डिस्ट्रिक इंचार्ज प्रतापगढ़ 151019049