नगर पंचायत मगहर मे 32दिनों बाद हटाया गया हाट स्पाट
- 151109870 - RAJ KUMAR VERMA
0
संतकबीरनगर।
कोरोना के मरीज पाए जाने के बाद 32 दिनों तक लगातार हाटस्पाट के चलते सील हुए नगर पंचायत मघर को मंगलवार को जिलाधिकारी के आदेश के बाद राहत मिल गयी है। नगर पंचायत क्षेत्र मघर में लॉकडाउन के प्रति प्रबंधन के अभी तक यथावत ही रहेंगे, लेकिन दीपक वस्तुओं की दुकानों खुलेंगी। पन्नासा और स्वास्तथ विभाग ने जरुरी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।
नगर पंचायत मगहर के काजीपुर रेहरवा वार्ड में गत 23 अप्रैल 2020 को देवबन्द से आए एक छात्र में कोरोना की पुष्टि होने के बाद उसके आसपास के लोगों की चेकिंग की गई थी। इस चेकिंग के दौरान कुल 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर 25 अप्रैल 2020 को मगहर नगर पंचायत को चारो ओर से सील कर दिया गया। कोरोना का संक्रमण आसपास के क्षेत्रों में न फैले इसके लिए यह आदेश जारी किया गया था। कोरोना के रोगियों के धीरे धीरे रिपोर्ट निगेटिव आने और क्षेत्र में कोई नया कोरोना रोगी न मिलने के बाद जिलाधिकारी रवीश गुपवि के आदेश पर नगर पंचायत मघर की सीलबंती खोल दी गई। जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि सीलबनदी खोलने के बाद भी लॉकडाउन के प्रति प्रबंधन के लिए जारी रहेगा। साथ ही शेकक बस्तुओं की ही दुकानों को खोला जाएगा।
सीएमओ डॉ। हरगोविन्दद सिंह ने अपील की है कि लोग सोशल डिस्टेंसिग का अनुपालन करें, साथ ही साथ मा प्रोग्रामिंग का प्रयोग करें। वहाँ बाहर से आने वाले प्रवासी होम कोरण्टाइन का विधिवत अनुपालन करें। अगर कोई होम कोरंटाइन के निर्देशों का अनुपालन नहीं करता है तो इसकी जानकारी दें। उसकी उपर विधिक कार्यवाही की जाएगी।
* स्वास्तथ विभाग विभाग की टीमें घूमती रहीं *
हाट नवापत की सील खोले जाने के बाद स्वास्तथ्य विभाग की टीमें निरन्तर क्षेत्र में भ्रमण करती रहीं और स्थितियों का आंकलन भी करती रहीं। वहीं आसपास की आशा कार्यकर्ता भी क्षेत्र की जानकारी लेती रहीं। आशा कार्यकर्ताओं को यह जिस्मम सूची दी गई है कि वह भी लॉक डाउन और होम कोरंटाइन की जानकारी से विभाग को अवगत करें रहें।
* लॉकडाउन का करें अनुपालन – संगीता *
नगर पंचायत मगहर की अधिनक्ष श्रीमती संगीता वर्मा ने 32 दिन बाद हाट शपथट की सील खुलने के बाद नगर वासियों से अपील की है कि वह लॉकडाउन के साथ ही समय पर प्रशासन के द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों का अनुपालन करते रहें। अगर कहीं भी कोई ढिलाई हुई तो नगर पंचायत फिर सील हो जाएगी। नियमों का अनुपालन इसीलिए जरुरी है।